दर्द मेरे दिल का मैं मिटाऊ कैसे।
तुम नहीं मेरे पास ये भुलाऊ कैसे।।
दिल ने तेरा दर्द बहुत सहा मुद्दत से ।
तुझे वो दिल के घाव मैं दिखाऊ कैसे।।
सब जानते है मैं हुं दिवाना तेरा।
तुझे ये बात मैं समझाऊ कैसे ।।
तुम्हे मुझे भुलाकर इक उम्र गुजर गई है ।
मुझे भी सिखा दे के मैं तुझे भुलाऊ कैसे।।
वक्त के फलक पर चमकते है तिरी यादों के सितारे।
अब तुही बता इन सितारों को फलक से उतारू कैसे।।
मंगलवार , ६/२/२०२४ , १:३२ PM
अजय सरदेसाई (मेघ)
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