यह कछ शेर आपकी पशे-ए-खिदमत किये हैं दोस्तों अगर अच्छे लगे तो बताईएगा जरूर
1️⃣
ये जुरूरी नहीं के शायर कि हर सुख़न उसकी जिन्दगी का निचोड़ हैं ।
कुछ कल्पना विलास भी है और कुछ प्रतिभा का भी तो असर होता हैं ।।
कुछ कल्पना विलास भी है और कुछ प्रतिभा का भी तो असर होता हैं ।।
2️⃣
हम खुदसे आए नहीं हैं यहॉँ लाए गए हैं।
और तुम सोचते हो कि तुम्हारे बिमार हैं हम ।।
और तुम सोचते हो कि तुम्हारे बिमार हैं हम ।।
3️⃣
शायर हैं हम दिल में आग रखते हैं।
माचिस कि हमें जुरूरत नहीं होती।।
माचिस कि हमें जुरूरत नहीं होती।।
4️⃣
बात तो छोटीसी है मगर कुछ ऐसी है दोस्त मु'आफ़ करना।
तुम पिने कि बात करते हो और हम तो मैखाने में रहते हैं।।
तुम पिने कि बात करते हो और हम तो मैखाने में रहते हैं।।
5️⃣
यारों मैं तो खुशी से झूमता हुआँ जा रहा था।
न जाने कहाँ से एक तिनका आंखों में जा बसा।।
न जाने कहाँ से एक तिनका आंखों में जा बसा।।
6️⃣
ये तिश्नगी तुझे पाने कि न कभी बुझेगी।
ये जानता हूँ मैं के ता-उम्र तु मुझे नहीं मिलेगी।।
ये जानता हूँ मैं के ता-उम्र तु मुझे नहीं मिलेगी।।
7️⃣
दुआ हैं के तु जो चाहे तुझे मिल जाए।
लेकिन तुम यह दुआ करो कि खुदा मुझे मिल जाए।
लेकिन तुम यह दुआ करो कि खुदा मुझे मिल जाए।
8️⃣
अरमानों का एक काफिला हैं दोस्त ।
अब किसे नजरअंदाज करु और पुरा किसे करु ।।
अब किसे नजरअंदाज करु और पुरा किसे करु ।।
9️⃣
यु तो सारे रास्ते तुम्हारी जानिब ही जाते हैं।
मुश्किलांत ये हैं कि इंतिखाब किसे करु।।
मुश्किलांत ये हैं कि इंतिखाब किसे करु।।
🔟
चराग़ जलते हैं तो रौशनी होती हैं।
उनके दिलों को जलते हुए किसने देखा हैं।।
उनके दिलों को जलते हुए किसने देखा हैं।।
🙏
अजय सरदेसाई (मेघ)
शुक्रवार , १५/९/२०२३ , ०७:१० PM
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