प्रस्तावना
तिला जन्म देण्यासाठी , रूप देण्यासाठी ,शरीर देण्यासाठी ......
तिला कल्पनेतून बाहेर पडायचे आहे म्हणून ....
Friday, 20 October 2023
पहले हम सब एक थे
Thursday, 19 October 2023
मैं नादान जरुर हुॅं
मैं नादान जरुर हुॅं जनाब लेकिन इतना भी नादान नहीं।
Friday, 13 October 2023
उसके आंखों की चमक
उसके आंखों की चमक बता रही हैं कि वो भी उर्दू जानती है I
अब चुनु किसे उसके हुस्न को या ग़ज़ल को , बड़ी पशोपेश हैं
II1II
शेर तो फिर हम भी कहते हैं, ग़ज़ल हम भी पढ़ते हैं
I
मगर ये हुनर उनका है , जो लफ़्ज़ों से दिल चिर देते हैं II2II
अब अपने दिल पे पड़े छालो का क्या हिसाब हैं
I
कब वो
मरहम लगा देते हैं,बस इसी का इंतज़ार हैं II3II
मैं जानता हूं और वो भी,के ये इश्क अब पुराना हो चला हैं I
इसी लिए जनाब हम उसके दिए जख्मों को शादाब रखते हैं
II4II
जिनेकी सभी उम्मीदें,सच कहता हूं अब मैंने छोड़ दि है I
बस इंतजार इसी का है "मेघ" के वो कत्ल कब करते हैं II5II
शुक्रवार १३/१०/२०२३ , ०३:४८ PM
अजय सरदेसाई (मेघ)
Thursday, 12 October 2023
यादें - Random Thoughts
रह जाएंगी बस यादें हीं ,इन्हे संभाल के रखो।
रूखसत न करों दिल से,इन्हें रोक के रखो ।
न जाने फिर कब इन यादों की,जरूरत आन पड़े ।
शायद कभी किसी राह पर, मुलाक़ात हो पड़े।
रखो दिल में इन्हें,न इन्हें खो जाने दो ।
न जाने फिर ये यादों की, सौगात हो न हो।
शायद फिर इस जनम में,कोई याद हो न हो ...........
🥲♥️🙏
Thursday 12/10/2023 , 8:35 PM
Ajay Sardesai (मेघ)
Tuesday, 10 October 2023
तेरे कमाल का मुरीद हु मै ऐ ख़ुदा
मंगलवार ,१०/१०/२०२३ , १०:५६ PM
अजय सरदेसाई (मेघ)
Thursday, 5 October 2023
अब न वो दर्द न वो ग़म और तन्हाई हैं
बुधवार, ५/९/२३ ७:५८ PM
अजय सरदेसाई (मेघ)