Thursday, 28 December 2023

जब तुम साथ हो

 


"""""""""""""""""""""

जब तुम साथ हो

"""""""""""""""""""""

 

जिन्दगी नहीं तनहा मेरी तुम जो साथ हो

तुम हकीकत में सही तो क्या, ख़्वाबो में साथ हो ।।१।।🧚

 

वो वक्त ही क्या जो तेरे बिन गुजार लिया जाए

हर लम्हा हर पल जिन्दगी, तुम मेरे साथ हो।।२।।🧚

 

बिते हुए हर पल मैने अपने पहलु में संभाल रखे हैं

बस उन पलों की यादें भी नहीं, जिन मे तुम साथ हो।।३।।🧚

 

गुलशन में जो फुलों की महक है तुमसे है

वर्ना कौन इस गुलिस्तां को पुछे जो तुम साथ हो ।। ।।🧚

 

मैं तो गुमनामी के गलियारों में टहल रहा था अकेला

अब मेरी भी चर्चा हो रही है शायरी, जब तुम साथ हो।।५।।🧚

 

🧚🎄🧚🎄🧚🎄🧚

 

गुरुवार दिनांक २८/१२/२३ , :१२ PM

अजय सरदेसाई (मेघ)

 

🪴🪴🪴🪴🪴🪴


No comments:

Post a Comment